ॐ
गीता की कुछ शब्दावली - ३३
கர்மண்யகர்ம யஹ் பஶ்யேத் அகர்மணி ச கர்ம யஹ் ஸ புத்திமான் மனுஷ்யஹ் ...(அத்யாயம் 4 - ஶ்லோகம் 18)
Karmanyakarma Yah Pashyed Akarmani cha Karma yah Sa Buddhimaan Manushyah ... (Chapter 4 - Shlokam 18)
अर्थ : जो कर्म मे अकर्म और अकर्म मे कर्म देखता है वह बुद्धिमान् मनुष्य है | ...
कर्म एवं अकर्म की चर्चा गत लेख मे की गयी है | आइये इस शब्दावली को अन्य दृष्टिकोण मे देखें | गीता की यह शब्दावली हमें पार देखने सुझाती है | ज्ञानेन्द्रियों के अनुभव के परे ... अपनी बुद्धी की ग्रहण शक्ती के परे ... तत्क्षण के पार .. अपने लिये परिचित संकुचित चिन्तन के पार ...देखने सुझाती है | पार देखना यह एक श्रेष्ट आदत है | (अपने अपने विचार के अनुसार इसे आदत कहें या स्वभाव | स्वभाव जन्मजात है और आदत घडा जा सकता है | सब कुछ ईश्वर विदित है ऐसा माननेवाले इसे स्वभाव कह सकते हैं | सब कुछ मेरे ही हाथ मे है ऐसा माननेवाले इसे आदत कह सकते हैं |)
परम्परा से चली आयी रीतियां एवं स्वयं के अभ्यस्त प्रयत्नों के पार विचार करने वाला व्यापारी अपने व्यापार का विस्तार अन्य क्षेत्रों मे और अन्य प्रदेशों मे कर पाता है | प्रकृति को देख अध्ययन करनेवाला विद्यार्थी मे यदी पार देख पाने वाली सूक्ष्म दृष्टी हो तो वह गहराई तक पहुंच पाता है, निसर्ग के रहस्यों का भेद कर पाता है और वैज्ञानिक ज्ञान कोश मे महत्वपूर्ण योगदान दे जाता है | समाज मे प्रचलित मार्ग से परे सोच पाने वाला सामाजिक कार्यकर्ता क्रान्तिकारी बन जाता है | युग पुरुष बन जाता है | देखे जाने वाले दृश्य, सुने जाने वाले शब्द, पढे जाने वाले अक्षर इनसे परे पहुंच पाने वाला कलाकार, संगीतज्ञ और साहित्यकार बन जाता है और अखिल मानव समाज को प्रभावित कर देने वाली रचना का सृजन कर देता है | तत्क्षण से पार, इस पीढि के आगे देखा पाने वाला ऋषी बन जाता है | द्रष्टा बन जाता है | स्थूल प्रकृति से परे देख पाने वाला एकात्मता की अनुभूति कर परमतत्त्व से एक हो जाता है |
इस दृष्टी से संशयों का नाश हो कर स्पष्ट चिन्तन और दृढ निश्चय का उदय होता है | यह दृष्टी हम मे समत्वं का भाव जगा देता है | हमारे भीतर भरा पडा वैर भाव को निर्मूल कर हम मे क्षमाभाव का विकास करा देता है | भय को मिटाकर प्राप्त परिस्थिती पर मात करने की क्षमता बढाता है |
पार देखें कम से कम पार देखने का प्रयास अवश्य करें | कुछ दिखे या ना दिखे देखने का प्रयास ही महत्वपूर्ण है |
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